26 जनवरी
जान हथेली में लेकर वो चल दिए |
बीन सोचे वह घर से निकल लिए ,
चाह भी इस देश को आजाद कराऊ |
इस भारत को एक स्वतंत्र देश बनाऊ ,
कोई खाया गोली तो कोई लगाया फासी |
पर दी उन्होने हमें आजादी ,
26 जनवरी को उन्होंने बनाया अपना खास दिन |
याद रखा अपना हर रात -दिन ,
कुछ उनमें सबके प्यारे |
पर कुछ छुपे हुए है बेचारे ,
कवि : कुल्दीप कुमार , कक्षा : 10th
अपना घर