गुरुवार, 21 जून 2018

कविता : दुनिया की कहावतें

" दुनिया की कहावतें "

दुनिया क्या कहती है, 
उस पर ध्यान मत दो | 
दुनिया क्या सुनाती है,  
उस पर ध्यान मत दो | 
दुनिया किस तरह तुमको देखती है,  
उस पर ध्यान मत दो | 
कहना है तो खुद से कहो,  
सुनना है तो खुद की सुनो | 
देखना है तो अपने आप को देखो , 
की हम किस जगह पर हैं | 
ये सारी कमियाँ खुद पर नज़र आएंगी, 
अगर ध्यान नहीं दिए इन चीजों पर | 
शायद ये कभी भी तुम्हारे लिए,  
एक मुसीबत बन सकती है | 

कवि : नितीश कुमार , कक्षा : 8th , अपना घर 

                                                                          

कवि परिचय : यह हैं नितीश कुमार जो की बिहार के रहने वाले हैं और अपना घर में लगभग 5  सालों से रहकर पढ़ाई कर रहे हैं और पढ़ाई में बहुत अच्छे हैं | नितीश को टेक्नोलॉजी में बहुत रूचि है | नितीश कवितायेँ भी बहुत अच्छी लिखते हैं | 

1 टिप्पणी:

ब्लॉग बुलेटिन ने कहा…

ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, अफीम सा नशा बन रहा है सोशल मीडिया “ , मे आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !