शुक्रवार, 7 सितंबर 2012

शीर्षक:- बीती जिन्दगी

शीर्षक:- बीती जिन्दगी 
बीती हुई जिन्दगी के। 
कुछ पल हमें याद आते है।। 
याद उन्हें करके अब। 
हम बहुत पछताते है।। 
तब हम सोंचते है कि। 
काश! ये जिन्दगी इससे।।
आगे न बढ़ी होती। 
तो उस समय हमने।। 
ये कहानी न गढ़ी होती।
गढ़ी हुई कहानी के।। 
कुछ पैराग्राफ याद आते है। 
उस समय के कुछ दोस्त।। 
साथ है तो कुछ चले गए। 
जाते-जाते कुछ दोस्त।। 
हमें हैं कुछ दे जाते। 
उन्ही ग़ालिब दोस्तों की।। 
याद कर हम बहुत पछताते है। 
कवि :- सोंनू कुमार 
कक्षा :- 11 
अपना घर 

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