सूरज
सूरज निकला लेकर धूप ,
सुबह-सुबह जब सब पर पड़ती धूप .....
कलियाँ हँसती-खिलती सब मुस्काती ,
पेड़ों पर चिड़ियाँ चहचहाती .....
बच्चे खाना खाकर स्कूल को जाते ,
बापू हल लेकर खेतों में जाते .....
फिर घर लगता बिल्कुल खाली-खाली ,
पर खेतों में दिखती हरियाली .....
जैसे-जैसे सूरज ढलता ,
घर में सब कोई वापस आता .....
लेखक : आशीष कुमार
कक्षा : ८
अपना घर
2 टिप्पणियां:
सुंदर कविता .....
बहुत सुन्दर कविता...
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