शनिवार, 26 जून 2010

कविता :न नीचे पानी न ऊपर पानी

नीचे पानी ऊपर पानी

न नीचे पानी न ऊपर पानी
क्या हो रहा है इस साल भाई
न पेड़ है न परछाईं है
चल रही है लू तेज
सब के घर भरें है धूलों से
येसा ही रहा ये मौसम भाई
न नीचे पानी न ऊपर पानी
क्या हो रहा है इस साल भाई

लेखक :अशोक कुमार
कक्षा :
अपना घर

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