मंगलवार, 14 जून 2011

कविता : किसान का बेटा हुआ महान

 किसान का बेटा हुआ महान 

बच्चे ने जन्म लिया ,
घर में आयीं खुशियाँ ...
खेतों में हरियाली छायीं,
घर में अनाज की बोरियां आयीं ...
माता ने पढ़ा था ग्रहविज्ञान,
घर पर बनाती है पकवान ....
पिता था उसका अज्ञान ,
इसलिए वह बना किसान....
माता-पिता ने बच्चे को पाला,
हर सुख उसको दे खुद को दुख में डाला ....
माता-पिता ने बच्चे खातिर मेहनत की रातो-दिन ,
आगें जाकर 'किसान का बेटा हुआ महान'.....

लेखक : आशीष कुमार 
कक्षा : ९
अपना घर 

1 टिप्पणी:

pavitra agarwal ने कहा…

Achcha prayas hai .pavitra agarwal