"हिंदी दिवस "
हम मुल्को का ,
नाचती- गाती है यह हिंदी |
हर दरिया का पानी ,
हर मुशीबतों का हल है हिंदी |
हम मुल्को का शान है हिंदी ,
सोते जागते सपनो का |
पहचान है हिंदी ,
हर ख़ुशी का उल्लेख है हिंदी |
हर बगिया का फूल है हिंदी ,
हर आंसूओ का बूँद है हिंदी |
हर प्यार का जड़ है हिंदी ,
वह महकती खुशबू का अंग है हिंदी |
कवि :अमित कुमार ,कक्षा :10th
अपना घर
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