सोमवार, 19 अगस्त 2019

कविता : बलिदान

" बलिदान "

बलिदान देकर अपनी जान,
दिया हमें स्वतन्त्र जहान | 
न भूलेंगे हम उनके प्राण,
जो दिया है हमको शान |
दिन - रात उन्होंने लड़ी लड़ाई,
तब जाकर हमें मिली रिहाई |
संघर्ष भरा था हर समय,
सोच में डूबा था हर नयन |
वीर हुए इस देश में बहुत सारे,
जिन्होंने दे दी जान वतन के हवाले |
स्वतन्त्र दिवस हमने मनाया,
श्रद्धांजलि देकर उन्हें याद किया |  

कवि : कुलदीप कुमार , कक्षा : 8TH , अपना घर

कवि परिचय : यह कविता कुलदीप के द्वारा लिखी गई है जो की छत्तीसगढ़ के निवासी है | कुलदीप ने यह कविता उन शहीदों के लिए लिखी है जो देश को आज़ाद कराते कराते शहीद हो गए हैं | शहीदों को यद् करना हमारा कर्त्तव्य होना चाहिए | कुलदीप को कवितायेँ लिखने का बहुत शौक है |  

कोई टिप्पणी नहीं: