गुरुवार, 15 अगस्त 2019

कविता : चेहरे की मुस्कान

" चेहरे की मुस्कान "

चेहरे की मुस्कान,
यु ही बनाए रखना |
हर मंजिल मेंहर दिक्कत में,
यूँ ही बचाये रखना |
रुकावटें लाखों आए,
मगर तुम पीछे मत हटना |
मिल कर लड़ेंगें हम,
बस तुम यूँ ही मुस्कराते रहना |
चेहरे की मुस्कान,
यूँ ही बनाए रखना |

कवि : कुलदीप कुमार , कक्षा : 8th , अपना घर

कवि परिचय : यह कविता कुलदीप के द्वारा लिखी गई है जो की छत्तीसगढ़ के निवासी हैं | कुलदीप को कवितायेँ लिखने का बहुत शौक है और वह बहुत सी कवितायेँ लिख चुके हैं | कुलदीप एक नेवी ऑफिसर बनना चाहते हैं | कुलदीप को डांस करना बहुत पसंद है |

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