शनिवार, 16 मई 2009

कविता: मै भी पढ़ने जाऊंगा


मै भी पढ़ने जाऊंगा
पापा मै भी पढ़ने जाऊंगा।
पढ़ लिखकर महान बनूँगा॥
अच्छे से अच्छा काम करूँगा।
पापा आपका नाम करूँगा॥
पापा मै भी पढ़ने जाऊंगा।
पढ़ लिखकर महान बनूँगा॥
सदा आपका कहना मानूंगा।
गरीबो की हमेशा मदद करूँगा॥
पापा मै भी पढ़ने जाऊंगा।
पढ़ लिखकर महान बनूँगा॥
देश की मै रक्षा करूँगा।
देश की खातिर जान भी दूंगा॥
पापा मै भी पढ़ने जाऊंगा ।
पढ़ लिखकर अच्छा इन्सान बनूँगा॥

कविता: आदित्य कुमार, कक्षा , अपना घर
पेंटिंग: मुहम्मद चंदन तिवारी, कक्षा , अपना घर

5 टिप्‍पणियां:

avhivyakti ने कहा…

aap ki rachnay bhut achchhi hai
man ko chu gai
main bhi padne jaunga

maandarpan ने कहा…

kya aap teacher hai ??

pata nahi aap ka blog dekh kar kuch aisa hi laga

रावेंद्रकुमार रवि ने कहा…

मुहम्मद साहब की पेंटिंग बहुत अच्छी है!

समयचक्र ने कहा…

बढ़िया पेंटिंग अच्छी है. आपके चिठ्ठे की चर्चा समयचक्र में

gunjan ने कहा…

study to thik hai per kuchh karne ke liye selfconfidence bhi chahiye ok then do hard work.