सोमवार, 4 मई 2009

सम्पादकीय

सम्पादकीय
प्यारे दोस्तों नमस्कार ,
मै आपका नया सम्पादक मुकेश कुमार हूँ। मेरे प्रिय दोस्तों मुझे पूरा विश्वास है कि आप सभी लोग तन-मन से अपना लेखन का काम करेंगे और अच्छा लिखेंगे। मेरे प्रिय साथी पहले के लेखन मे और अभी की लेखन में बहुत परिवर्तन होता आ रहा है, और मुझे आपसे गुजारिश है कि आप सभी अच्छी कवितायें, कहानियाँ, चुटकुला, पेन्टिग, सैरसपाटा और सारांश कुछ इस तरह लिखने की कोशिश करे कि आपकी सब लोग तारीफ करें और अगर यह बाल सजग अच्छी तरह चलता रहा तो हम सब बच्चों के लिए गर्व की बात है। आप सभी सभी लोगों ने समाज के बारे में अच्छा लेखन लिखकर अपनी सोच को आगे बढ़ाया है। हम सभी लोग कविता, कहानी इसलिए लिखते है, क्योकि इससे हम लोगो की जो सोच है वह और आगे बढ़ती है। आप अच्छी- अच्छी कवितायें और कहानियाँ लिखकर अपनी सोच को और विकसित करे ये हमारा सर्वश्रेष्ट उद्देश्य है। आप में से जिनको कविता या कहानी लिखनी न आती हो तो वह लिखने का अवश्य प्रयत्न करें, क्योंकि आप जब दस लाइन लिखने का प्रयत्न करेंगे तो आप इस समाज के लिए दस लाइन बोलने का प्रयत्न करेगें ।
धन्यवाद............

मुकेश कुमार, संपादक, बाल सजग
कक्षा ७, अपना घर

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