रविवार, 14 मई 2017

कविता :स्कूल

 " स्कूल "  

स्कूल का दिन आया,
पढ़ने का मौका लाया | 
कॉपी ले जाते है हम ,
बुक से पढ़कर आते हम | 
दिनभर रहते स्कूल में,
 मैडम आती है देर में | 
 बच्चे चिल्लाते रहते हैं,
मॉनिटर शांत करते थक जाते हैं | 
कवि : कुलदीप कुमार , कक्षा 6th , अपनाघर 

कवि परिचय : यह हैं कुलदीप कुमार | ये छतीसगसढ़  राज्य के प्रवासी मजदूर का बेटा है | अपनी पढाई पूरी करने के लिए अपना घर हॉस्टल में रहते है | इनको कविता लिखने का बहुत शौक है| कक्षा 6 th के छात्र हैं | कुलदीप  क्रिकेट के दीवाने है | विराट कोहली के फैन है | कुलदीप को डांस करना बहुत पसंद है| हमें उम्मीद है कि आपको कुलदीप  की रचनाएँ पसंद आएँगी

कोई टिप्पणी नहीं: