शनिवार, 6 अगस्त 2011

कविता - पहल होगी चारों ओर

 पहल होगी चारों ओर  
जब सूरज  ढल जाएगा ,
 तब बालक सो जाएगा .....
 सूरज के आते ही ,
वह भी उठ जाएगा......
 कलियाँ खिलेगी पुष्प सुगंध देगे,
 भँवरे उस पर मंडराएगें ......
 कौवा बैठा डालपर बोल उठेगा,
 आम खाता तोता टाव - टाव कर गाएगा   ......
 सब पक्षी चह चाहएंगे    ,
बच्चे शोर मचाएंगे   ......
हवा चलेगी चारों ओर ,
 बच्चो की पहल होगी चारों ओर...... 


लेखक - आशीष कुमार 
 कक्षा - ९ अपना घर कानपुर