सोमवार, 23 अगस्त 2010

कविता सोच के बताइए मैं कौन हूँ

सोच के बताइए मैं कौन हूँ
मुझे लगता हैं की मैं एक गुलाम हूँ ,
क्या मैं दूसरे का दास हूँ.....
क्या आप बता सकते हैं,
मेरे सवालों का जवाब दे सकते हैं....
मै सोच सकता हूँ,
देख सकता हूँ.....
सुन सकता हूँ,
मै आप के विचार नहीं बदल सकता हूँ.....
देखने में आप मुझे भोले लगते हैं,
मुझे क्या पता आप क्या सोच रहे हैं.....
चलो जरा आगे बढते हैं,
सोच के आप मुझे बताइए.....
क्या मैं दास हूँ या गुलाम हूँ,
विचार कर के बताइये जरा आप मुझे .....
आखिर मैं कौन हूँ .....
लेखक अशोक कुमार कक्षा अपना घर कानपुर

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