"कब होगा भारत मेरा ऐसा"
खेतों में किशान फसल लगाएगा।
तो चारो ओर हरियाली छाएगा।
तभी ये देश प्रदूषण से बच पाएगा।
और हरियाली चारो ओर छाएगा।
अब वो मौशम आएगा ,
जब भारत देश विकास की रेस में आएगा।
किशानो की मेहनत से चारो और हरियाली छाएगा।
जब देश में फसल लहराएगा
पेड़ो पर सारे चिड़िया चहचहाएगा ,
सभी लोग खुसी से गाएगा।
भारत देश विकाश के रेस में आएगा ,
जब फसल चारो ओर लहराएगा
फसल भी झूम - झूमकर गाएगा।
खेतों में फसल किशान लगाएगा ,
तो खेतो में फसल लहराएगा
किशान भी झूम - झूमकर गाएगा ,
जब फसल खेतो में लहलहाएगा।
झूम- झूमकर गाएगे और फसल लहराएगा
जब देश में हरियाली आएगा।
तो सारे फसल लहराएगा, लहराएगा, लहराएगा।
कवि: नवलेश कुमार, कक्षा: 11th,
अपना घर।
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