गुरुवार, 23 अक्टूबर 2025

कविता: "कभी अकेले रहना सीखो"

 "कभी अकेले रहना सीखो"
कभी अकेले रहना सीखो।  
आपको भी पता चलेगा अकेला पन क्या होता है ?
जो उदास हो या नाराज़ हो किसी से,
उनसे उनकी परेशानी क्या पूछ सकते हो,
वो बताने भी झिझक कर बात करेगा तुमसे। 
हो सके तो उसे अकेला रहने दो उस पल ,
दो पल ही सही पररहने कुछ पल के लिए उनको ,
कभी अकेला रहना सीखो। 
मन की बता को जानो कभी ,
उनकी सकल को जानो,
बीन देखे सवाल मत। 
 अकेला रहना सीखो । 
कवि: संतोष कुमार, कक्षा: 10th, 
अपना घर। 

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