" मेरा गाँधी ऐसा था "
मेरा गाँधी ऐसा था,
भारत देश का बापू था |
कहीं मिट जाए इनका सम्मान
कहीं न हो जाए इनका अपमान |
इसने हमको अंग्रेजों से बचाया,
हम इनको दुनियाँ से बचाएँगे |
इनका अपमान अब नहीं सह पाएँगे,
गाँधी गाँधी इनका नैरा लगाएँगे |
नए नए नोटों में हम इसको लगाएँगे,
एक बार फिर से सब गाँधी चिल्लाएँगे |
हम दिलाएँगे गाँधी को इंसाफ,
कर देंगे सरकार का पर्दाफास |
कवि : समीर कुमार , कक्षा : 9th , अपना घर
1 टिप्पणी:
सच कहा भई
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