" भगत सिंह "
वह लहू जो देश के काम आया,
बढ़ते हुए जुल्म से मुल्क के लोग राहत पाया |
सोते हुए भी नींद की अपेक्षा न रख पाया,
असेम्ब्ली में बम फेकते हुए सबको सूचना दे आया |
हर कदम वह रहता तत्पर तैयार,
वह था भगत सिंह मशाल |
जज्बाज जो उन्हें रोक सका,
उसके खिलाफ कोई कह न सका |
देश के लिए मरकर भी न लम्हा
बनकर सबके आत्मा में बस गया |
कवि : विक्रम कुमार , कक्षा : 9th , अपना घर
कवि परिचय : यह हैं विक्रम जिन्होंने एक देश भक्त भगत सिंह पर कविता लिखी है के नवादा जिले के निवासी है | विक्रम को देश भक्तों पर कवितायेँ लिखने में बहुत मज़ा आता है | विक्रम को कवितायेँ लिखने का बहुत शौक है और अभी तक वह बहुत सी कवितायेँ लिख चूका है | विक्रम एक अच्छे इंजीनियर बनना चाहते हैं |
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