" आया महीना परीक्षा का "
आया महीना परीक्षा का,
समय है पढ़ने और लिखने का |
सभी तैयारी कर रहें हैं,
दिन और रात एक कर रहे हैं |
सबको है घर जाने की चिंता,
पढ़कर बन गया मैं रठा |
एक दिन अवकाश है मिलता,
न कर पाते उसमें हम चर्चा |
सुबह हम करते हैं याद,
शाम को करते है काम |
आया महीना परीक्षा का,
समय है पढ़ने और लिखने का |
कवि : कुलदीप कुमार , कक्षा : 7th , अपना घर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें