" बन गया मैं सुपरस्टार "
जब मैंने गाया एक गाना सड़ा सा,
क्योंकि उस वक्त मैं लग रहा था मरा सा |
मेरी आवाज़ भी हो गई थी मुझसे खफा,
मेरी किस्मत ने भी दे दिया था मुझे धोखा |
पर मेरी आत्मा ने मुझे दिया हौशला,
पर वक्त ने भी मुझे बहुत ही कोसा |
पर मैंने नहीं मानी हार,
मैं जनता था मेरी मेहनत नहीं जाएगी बेकार |
आखिरकार मेरा सपना हो ही गया साकार,
बदल गया अब मेरा अकार |
क्योंकि बन गया मैं सुपरस्टार |
कवि : समीर कुमार , कक्षा : 8th , अपना घर
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