" कविता कितना खुछ कह जाती है "
ये कविता कितना खुछ कह जाती है,
हर वीर में हौशला भर जाती है |
एक भटकते इंसान को नेक राह पर ले जाती है,
ये कविता भी कितना कुछ कह जाती है |
हर एक वीर को लड़ने के प्रति जूनून देती है,
हर ममता को अपने बेटे से प्यार होता है |
जैसे किसान को अपने फसल पर नाज़ होता है,
हर एक रोते बच्चे को जितना
कुछ हँसी के भाव प्रकट कर जाती है,
ये कविता भी कितना कुछ कह जाती है | |
कवि : संजय कुमार , कक्षा : 8th , अपना घर
कवि परिचय : यह हैं संजय जो की झारखण्ड के निवासी है | संजय कानपुर में आशा ट्रस्ट नाम के संस्था में रहकर अपनी पढ़ाई कर रहे हैं | संजय को कवितायेँ लिखने का बहुत शौक है | संजय क्रिकेट भी बहुत अच्छा खेल लेते हैं |
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