" होली आई "
होली आई होली आई,
पीला , लाल और हरा रंग लाई |
मन को मोह लेता है भाई,
होली आई होली आई |
होली का त्यौहार आया,
दोस्तों को लाल रंग लगाया |
रंग भरे पिचकारी से उसे मारा,
इस खेल में कोई नहीं हारा |
मन को मोह लेता है भाई,
इसीलिए होली है आई |
सब लोगों की टोली आई,
एक दूसरे के लिए प्यार जगाई |
कवि : अजय कुमार , कक्षा : 5th , अपना घर
कवि परिचय : यह है अजय जिन्होंने यह कविता लिखी है , अजय कक्षा 5th के विद्यार्थी है और बिहार के नवादा जिला के निवासी है | अजय को क्रिकेट खेलना बहुत पसंद है | अजय एक हसमुख छात्र है हमेशा ख़ुशी उसकी चेहरे पर नज़र आती है |
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