शनिवार, 30 मार्च 2019

कविता : आसमां के परिंदे

" आसमां के परिंदे "

आसमां के परिंदे,
हमेशा उड़ना चाहते हैं |
कुछ कर पाने के लिए,
इंतज़ार करते रहते हैं |

आसमां के छाए बादल,
मौसम बदलना चाहते हैं |
बारिश की बूंदें गिरते है,
पर हमसे कुछ कह जाते हैं |

ये टपकते बारिश की बूंदें,
हर लम्हें को दर्शाते हैं |
नए जीवन जीने के लिए,
मौसम बदलना चाहते हैं |

आसमां के परिंदे,
हमेशा उड़ना चाहते हैं |
कुछ कर पाने के लिए,
इंतज़ार करते रहते हैं |

कवि : सनी कुमार , कक्षा : 8th , अपना घर

कवि परिचय : यह कविता सनी कुमार के द्वारा लिखी गई है जो की कक्षा ८ के विद्यार्थी है | सनी बिहार राज्य के निवासी है | सनी को क्रिकेट खेलना बहुत पसंद है और वह क्रिकेट बहुत अच्छा खेलते हैं |

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