शनिवार, 8 मार्च 2025

कविता: " होली "

 " होली " 
होली आई - होली आई ,
रंग बिरंगी होली आई। 
होली में हम सभी एक- दूसरे को ,
रंग लगाते हैं। 
धूम - धाम से होली को मनाते है। 
सबके यहाँ पकवान बनते है , 
खा - पी के मस्त रहते है। 
होली आई - होली आई ,
रंग बिरंगी होली आई। 
कविः विष्णु कुमार , कक्षा: 5th 
अपना घर 

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