" क्या लिखू "
लाइनों में न है कुछ खास ,
क्या लिखू न विचार है मेरे पास।
सम्मान और आदर का रखता न मै आश ,
झूठी बातो से न करते अपने कविता का सारांश।
तुम्हे मै क्यों बताऊ अपने मन की बात ,
सच्चे लोग , सच्चे बात।
याद रखो लिखूँगा वही जो लगते अच्छे।
लाइनों में न है कुछ खास ,
क्या लिखू न विचार मेरे पास।
कवि : निरंजन कुमार , कक्षा : 9th,
अपना घर।
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