शुक्रवार, 28 मार्च 2025

कविता : " क्या लिखू "

 "  क्या लिखू "
लाइनों में न है कुछ खास ,
क्या लिखू न विचार है मेरे पास। 
सम्मान और आदर का रखता न मै आश , 
झूठी बातो से न करते अपने कविता का सारांश।  
तुम्हे मै क्यों बताऊ अपने मन की बात ,
सच्चे लोग , सच्चे बात।  
याद रखो लिखूँगा वही जो लगते अच्छे। 
लाइनों में न है कुछ खास , 
क्या लिखू न विचार मेरे पास। 
कवि : निरंजन कुमार , कक्षा : 9th,
अपना घर। 

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