" गैर लोग "
जो हमसे नजरे चुराते है
या फिर लव्जो में कडुवाहट लाते है
अरे भूल गए हम उनको
जो हमारे बारे में गलत फरमाते है।
कष्ट उनको ना झेलना पड़े
इस लिए हम शांत रहते
वरना नजरे चुराना तो हमें भी आता है।
लव्जो में कडुवाहट हम भी ला सकते है
बस उनको कष्ट ना हो
इसलिए हम थोड़ी सी लाज़ रखते है।
समय आने पर मुँह मोड़ लेते है
या फिर बोलना ही छोड़ देते है
अरे छोड़ो गैर लोगो पर ध्यान देना
जो अपनो से ही लड़ जाते है।
खाख सफलता आए जिंदगी में उनकी
जो लोगो के बीच नफ़रत फहलाते है
अरे छोटी सी जिंदगी ही तो है
अगर साथ जी ले तो क्या चला जाएगा
बस अपने को जताने के लिए के लिए
ईगो साथ में रखते है।
कवि : सुल्तान कुमार , कक्षा : 10th ,
अपना घर।
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