" होली आई "
आ गया है होली का त्योहार।
आ गया है रंगो का त्योहार।
लोग भेद - भाव जैसा नहीं करते है व्यवहार ,
चाहे हिन्दू हो या मुश्लिम ,
सब मिलकर मनाते है त्योहार।
खुशियाँ लहलाती धीरे - धीरे मे ,
ये है होली का त्योहार।
खाएगे चुर्री और गुजिया ,
बटेगे सबको प्यार।
खुशी खुशी मे मनाऐंगे ,
ये होली का त्यौहार ,
आ गया है रंगों का त्योहार।
कवि ; नवलेश कुमार , कक्षा : 10th,
अपना घर।
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