मंगलवार, 18 मार्च 2025

कविता : " रंगो का ये होली "

 " रंगो का ये होली "
होली आया होली आया। 
साथ में बहुत सारे रंग लाया। 
खुशियां ही खुशियां चारो ओर लहराया।  
होली आया होली आया। 
साथ में मिठे - मिठे गुजिया लाया। 
रंगो का नाम ही होली है। 
बोलिए बुरा न मानो होली है। 
कवि : अप्तर हुसैन , कक्षा : 8th,
अपना घर। 

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