शीर्षक :- तकनीकी
आज की तकनीकी भी है क्या?....
घर बैठे देख लो सारा जहाँ,
पहले होता था। पत्रों का इंतजार....
अब हो रही फेस टू फेस बात,
आज के बच्चों को तो देखो....
कर रहे गूगल पर सर्च,
कितनी सुविधाएँ हो गई है....
आज के इस युग में,
पहले यह तकनीकी काश होती....
तो शायद सीता को,
सर्च करके राम क्या? हनुमान क्या?....
एक बच्चा ही ढूँढ़ देता,
आज की तकनीकी भी है क्या?....
घर बैठे देख लो सारा जहाँ,
पहले होता था। पत्रों का इंतजार....
अब हो रही फेस टू फेस बात,
आज के बच्चों को तो देखो....
कर रहे गूगल पर सर्च,
कितनी सुविधाएँ हो गई है....
आज के इस युग में,
पहले यह तकनीकी काश होती....
तो शायद सीता को,
सर्च करके राम क्या? हनुमान क्या?....
एक बच्चा ही ढूँढ़ देता,
कवि : ज्ञान कुमार
कक्षा : 9
अपना घर
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