शनिवार, 13 सितंबर 2025

कविता: "मौशम की किया तारीफ करो"

 "मौशम की किया तारीफ करो"
आज का मौशम कितना अच्छा है , 
देखो ठंडी - ठंडी हवा चल है। 
और चिड़ियाँ भी उड़ रहे है। 
जैसे सब हो मैदान में ,
तितली भी उड़ रही हो। 
बच्चे बड़ी मेहनत से तितलियाँ पकड़ रहे है। 
लेकिन तितलियाँ बड़ी चालक है ,
पकडने से पहले उड़ जा रही है। 
आज का मौशम कितना अच्छा है 
 कवि: रमेश कुमार, कक्षा: 5th,
अपना घर।