"हमारी हिंदी भाषा "
हर भाषा अपने अंदर रंग घोलकर रखती है।
अपने लफ्जो से दिल को सुकून दे ,
अंदर अपने कुछ ऐसा अंदाज रखती है।
हिंदी मिश्रित है अनेक भाषाओ की ,
पर अपने अंदर बड़ा ज्ञान का समदर रखती है।
हर भाषा की होती अपनी पहचान ,
हिंदी हिंदुस्तान की है जान ,
हर जब्ज में हिंदी बहेगी।
हिन्दुस्तानियों का गौरव रहेगी ,
हर हिन्दू का हिंदुत्व दिखेगी ,
सूंदर लफ्जों से इसका गौरव सजेगा।
मेरे तरफ से आप सभी को हिंदी दिवस की हार्दिक सुभकामनाए !
कवि: साहिल कुमार, कक्षा : 9th,
अपना घर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें