कविता:-गौरैया
गौरैया ओ चिड़िया रानी....
घरों में हमारे आती है,
गाना गाकर उछल कूदकर....
जानें कहाँ उड़ जाती है,
तुम्हारा अस्तित्व संकट में क्यों है....
हमें तुम्हें बचाना है,
गौरैया की चहल-पहल....
को बचाना चाहिए,
तुम छोटी हो कितनी प्यारी हो....
चुन-चुन गीत सुनती हो,
गाँव की झोपड़ियाँ घोसला तुम बनती हो....
गौरैया ओ चिड़िया रानी,
घरों में हमारे आती है....
हल्ला खूब मचाती हो,
नाम : मुकेश कुमार
कक्षा : 10
अपना घर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें