शीर्षक :- वृक्ष
पलट अब मौसम जब करेगा वार....
ये वृक्ष करेंगे अपना बेडा पर,
वृक्ष हमें देते हैं छाया....
और मीठे मीठे फल,
ख़ुशी ख़ुशी अब किसान....
खेतों में चलाएंगे हल,
वर्षा का अब है भंडार....
खुश होगा अब सूना संसार,
हरियाली आयेगी भरमार....
नहीं होगा गर्मी का वार,
प्रथ्वी पर हम लगायेंगे वृक्ष....
अब हम इसको बनायेंगे स्वच्छ,
पलट अब मौसम जब करेगा वार....
ये वृक्ष करेंगे अपना बेडा पर,
वृक्ष हमें देते हैं छाया....
और मीठे मीठे फल,
ख़ुशी ख़ुशी अब किसान....
खेतों में चलाएंगे हल,
वर्षा का अब है भंडार....
खुश होगा अब सूना संसार,
हरियाली आयेगी भरमार....
नहीं होगा गर्मी का वार,
प्रथ्वी पर हम लगायेंगे वृक्ष....
अब हम इसको बनायेंगे स्वच्छ,
कवि : सोनू कुमार
कक्षा : 11
अपना घर
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