शीर्षक :- आजादी
हमें इंतजार है उस आजादी का....
जब हम आजाद होंगे,
न खून बहेगा न हम लड़ेंगे....
हम तो आजादी चाहते है,
जिसमें ये भेदभाव जति-पाति....
का हो जाये अंत,
हमें चाहिए एक ऐसा....
आजादी युक्त रत्न,
जब राह चलते किसी को....
डर न हो,
जब इस भारत का कोई....
नागरिक बेघर न हो,
न हिन्दू न ईसाई....
भारत वासी भाई-भाई,
न मुस्लिम न सिख....
याद रखेंगे हर तारीख,
तब शायद हम होंगे आजाद....
जब धर्म पर न हो दंगा फसाद,
हमें इंतजार है उस आजादी का....
जब हम आजाद होंगे,
न खून बहेगा न हम लड़ेंगे....
हमें इंतजार है उस आजादी का....
जब हम आजाद होंगे,
न खून बहेगा न हम लड़ेंगे....
हम तो आजादी चाहते है,
जिसमें ये भेदभाव जति-पाति....
का हो जाये अंत,
हमें चाहिए एक ऐसा....
आजादी युक्त रत्न,
जब राह चलते किसी को....
डर न हो,
जब इस भारत का कोई....
नागरिक बेघर न हो,
न हिन्दू न ईसाई....
भारत वासी भाई-भाई,
न मुस्लिम न सिख....
याद रखेंगे हर तारीख,
तब शायद हम होंगे आजाद....
जब धर्म पर न हो दंगा फसाद,
हमें इंतजार है उस आजादी का....
जब हम आजाद होंगे,
न खून बहेगा न हम लड़ेंगे....
कवि:- सोनू कुमार
कक्षा:- 11
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