बुधवार, 20 नवंबर 2019

कविता : एक नेक इंसान बन

" एक नेक इंसान बनना है "

दुकान जाना है,
वहां से किताब ,कॉपी लाना है |
हमें दिमाग लगाना है,
भारत देश को स्वस्थ बनाना है |
चेहरों पर खुशियाँ लाना है,
दोस्तों से मिलने जाना है |
हमें पढ़ाई में दिमाग लगाना है,
पूरे में से पूरे नम्बर लाना है |
हमें स्कूल पढ़ने जाना है,
पढ़ाई में दिमाग लगाना है |
हमें पेपर देना है,
हमें अपनी प्रतिभा को पहचानना है |
हमें एक नेक इंसान बनना है,
महा पुरुषों की राह को अपनाना है |

कवि : नवलेश कुमार , कक्षा : 5th , अपना घर 

कवि परिचय : यह कविता नवलेश के द्वारा लिखी गई है जिसका शीर्षक " नेक इंसान बनना है " है | इस कविता के माध्यम से नवलेश एक नई जीवन की और जाने की शिक्षा दे रहा है की हमें एक नेक इंसान बनना है | नवलेश पढ़ाई में बहुत अच्छा है | 

3 टिप्‍पणियां:

Balbodi Ramtoriya ने कहा…

‌'top job gyan'very good information frinds ,apki post bhahut achhi lagi thanku frind'jankari'

कविता रावत ने कहा…

बहुत अच्छी प्रस्तुति

BAL SAJAG ने कहा…

thank you for your nice comment on this poem . May this comment will appreciate the poet and hence he will write more