" बापू "
बापू हमारे देश के प्यारे,
हम सब उनके ही सहारे |
बापू ने हमें राह पर चलना सिखाया,
अंग्रेजों को वह पाठ पढ़ाया |
बापू ने हमें अंग्रेजों से भिड़ना सिखाया,
बिना तलवार और बिना हथियार
अंग्रेजों से हमें मिलना बताया |
बापू हमारे देश के प्यारे,
हम सभी उनके ही सहारे |
इंग्लैंड में की थी पढ़ाई,
वहीँ से देश के लिए कदम बढ़ाई |
बापू हमारे देश के प्यारे,
हम सभी उनके ही सहारे |
कवि : पंकज कुमार , कक्षा : 4th , अपना घर
कवि परिचय : यह कविता पंकज के द्वारा लिखी गई है जो की कक्षा 4 में पढ़ते हैं | पंकज ने इस कविता का शीर्षक " बापू " दिया है | पंकज को कहानियां पढ़ना बहुत अच्छा लगता है | पढ़ाई में बहुत ही अच्छे हैं और हमेशा अपने पढ़ाई के लिए बहुत मेहनत करते हैं |
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