" पर्यावरण को स्वच्छ बनाना होगा "
दिल्ली में छाई धुंध,
हो रही है कठिनाइयाँ खूब |
तापमान बढ़ता जा रहा है,
प्रदूषण का प्रकोप मंडरा रहा है |
जनता हो रही है बेबस,
बच्चो को झेलना पड़ रहा है शोषण |
अब सुधरा दिल्ली अगर,
तो बच जाएगा यह जगत |
अब लोगों को करना है हड़ताल,
जब हो गया सब बर्बाद |
देश हो रहा है बेकार,
न जाने कब सुधरेगा यह संसार |
जल बचावके लिए लड़ना होगा,
नै पीढ़ी के लिए कुछ करना होगा |
जगह जगह पेड़ लगाना होगा,
पर्यावरण को स्वच्छ बनाना होगा |
कवि : कुलदीप कुमार , कक्षा : 8th , अपना घर
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