" पेड़ की इच्छा "
एक छोटे से पौधे को,
जरा पानी देकर तो देखो |
वे जन्नत जैसा महसूस करेंगें,
तेरे हर सफर में साथ देंगें |
चाहे वह एक मुसाफिर की तरह हो,
वे अपने छाया में तुझे बैठाएंगे |
तेरी हर कठिनाई को झेलेगा,
तेरे लिए एक नया संसार बनाएगा |
जीवन को खुशियों से भर देगा,
तेरी जरूरतों को पूरा कर देगा |
जरा पानी तो देकर देख,
वह तेरे लिए क्या बन जाएगा |
कवि : सार्थक कुमार , कक्षा : 9th , अपना घर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें