" दुनियाँ को बचाना है "
हमें मंजिल तक पहुँचना है,
इस दुनियाँ को बचाना है |
देश को स्वच्छ बनाना है,
देश से प्रदुषण को कम करना है |
हमें मंजिल तक पहुँचना है,
इस दुनियाँ को बचाना है |
डेंगू मच्छरों को मार भगाना है,
मलेरिया बीमारी को जड़ से हटाना है |
हमें मंजिल तक पहुँचना है,
इस दुनियाँ को बचाना है |
कवि : अजय कुमार , कक्षा : 5th , अपना घर
कवि परिचय : यह कविता अजय के द्वारा लिखी गई है जो की बिहार के रहने वाले हैं | अजय नई इस कविता का शीर्षक : दुनियाँ को बचाना है " दिया है : अजय को कवितायेँ लिखने का बहुत शौक है| पढ़ने में होशियार होने के साथ ही साथ खेल - कूद में भी अच्छे हैं |
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