" ठण्डी "
ठण्डी आया ठण्डी आया,
साथ में अपने कोहरा लाया |
देखने में होती सभी को दिक्कत,
धुंधला हो जाता है जगह जगह का रास्ता |
ठण्डी आया ठण्डी आया,
साथ में अपने कोहरा लाया |
सभी गतिविधियों में आ जाती रूकावट,
ठण्डी है सभी के सजा की आहट |
सभी पहन लो गर्म कपड़े की बनावट,
क्योंकि ठण्डी है मुश्किल घड़ी सजावट |
कवि : विक्रम कुमार , कक्षा : 9th , अपना घर
कवि परिचय : यह कविता विक्रम के द्वारा लिखी गई है जिसका शीर्षक है " ठण्डी " | विक्रम को कवितायेँ लिखने का बहुत शौक है | बढ़ते ठंडी की और यह कवितायेँ संकेत दे रही है की सभी लोग सतर्क हो जाए | विक्रम एक ऑफिसर बनना चाहते हैं |
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