सोमवार, 25 नवंबर 2019

कविता : मत डरो

" मत डरो "

जीवन में कुछ बनना है तो,
हौशलों को साथ रखो | 
जीवन में कुछ पाना है तो,
जिंदगी से मत डरो | 
जीवन में कोई कठिनाई आए तो,
बस खुद के लिए लड़ो | 
जीवन में कुछ सीखना है तो,
जिज्ञासा हमेशा रखो | 
जीवन में कुछ बनना है तो,
हौशलों को बुलंद रखो | 

कवि : समीर कुमार , कक्षा : 9th , अपना घर

कवि परिचय : यह कविता समर के द्वारा लिखी गई है जिसका शीर्षक मत डरो है | समीर को कवितायेँ लिखने का बहुत शौक है और अभी तक वह बहुत सी कवितायेँ लिख चुके हैं | समीर एक अच्छे संगीतकार भी हैं | 

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