गुरुवार, 8 मार्च 2018

कविता " कोयल "

 " कोयल "

कोयल एक अच्छा  प्राणी हैं,
जिसके पास मधुर वाणी है | 
इसमें संगीतों का भंडार है,,
क्या सुंदर और ताल है | 
मनुष्य को भाता है यह, 
काला है फिर भी गाता है यह | 
बहुत ही चंचल, अच्छा प्राणी  , 
रोज सुनाएगा आपको कहानी | 

नाम : कुलदीप कुमार , कक्षा : 6th , अपनाघर

   

कवि परिचय : यह है कुलदीप कुमार जो की छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं और अपनाघर में रहकर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं अपनी कविताओं का शीर्षक हमेशा जिव - जंतु पर रखते है | कविताएं लिखने के साथ -साथ डांस भी अच्छा कर लेते हैं | 

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