" गर्मी "
गर्मी के सीज़न ने ,
कर दिया सबको बेहाल |
अमीर लोगों ने कुर्सी लेकर,
बैठेंगे पंखे के पास |
न जाने इस गर्मी ने कर दी,
बिजली का बिल ज्यादा |
बिजली का बिल देखकर,
बहा दिए पसीना |
अब समझ में आएगा,
गर्मी का हर एक दिन |
गर्मी के सीज़न ने,
बहा दिया सबका पसीना |
नाम : संजय कुमार , कक्षा : 7th , अपनाघर
कवि परिचय : यह हैं संजय जो की झारखण्ड के रहने वाले हैं जब हजार पर थे तो इतनी अच्छी पढ़ाई नहीं थी लेकिन अपनाघर में पढ़कर कवतायें लिखने लगे हैं | स्वभाव से बहुत नरम दिल के हैं |
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