" एक दिन "
सोच रहा था मैं एक दिन,
कुछ अलग हो रहा हर दिन |
सारे दिन बैठकर सोचें हम,
मजे से झूमें और गाए हर दिन |
कभी ख़ुशी हो कभी हो गम,
लेकिन मत बैठाओ अपना मन |
ऐसे ही जिए जीवन हम,
हंसकर जिए जीवन हम |
नाम : कामता कुमार , कक्षा : 6th , अपनाघर
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