" एक बात "
सपनों में पली एक बात,
नहीं बता पायेंगें हम |
नहीं रहेगी ये खुदगर्ज दुनियाँ,,
नहीं रहेंगें हम |
बढ़ गई है ये दुनिया,
नहीं बदले हम |
दुनियाँ की खोज में,
निकल पड़े हम |
नहीं मिली दुनिया,
यहीं रह गए हम |
नाम : नितीश कुमार, कक्षा : 7th , अपना घर
कवि परिचय : यह हैं नितीश जो की बिहार के रहने वाले हैं | नितीश पढ़ाई में हमेशा कोशिश करते रहते हैं | कवितायेँ भी बहुत अच्छा लिखते हैं |
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