शनिवार, 9 मई 2009

कविता: चुनमुन चिड़िया


चुनमुन चिड़िया
आओ बच्चों सुनो कहानी।
एक था राजा थी रानी॥
रानी ने एक चिड़िया पाली।
शक्ल की थी वो भद्दी काली॥
कद में तो वह छोटी थी।
पर कुप्पे सी मोटी थी॥
गले में था चमड़े की पट्टी।
काम में थी वो हट्टी - कट्टी॥
मक्के की रोटी खाती थी।
फुर्र से वो तब उड़ जाती थी॥
कविता: रामकृष्ण , कक्षा , अपना घर
पेंटिंग: अशोक कुमार, कक्षा , अपना घर

2 टिप्‍पणियां:

रावेंद्रकुमार रवि ने कहा…

दोनों बच्चों ने अच्छी कोशिश की है!

neha ने कहा…

aapki kavita bahuthi pyari hai.badhai mere blog main aane ke liye dhanyawaad