पानी जीवन का गहना
बादल गरजा गड़ - गड़ - गड़।
बिजली चमकी चम - चम - चम॥
पानी बरसा टप - टप -टप ।
मेढ़क कूदा छप - छप - छप।।
हम सब भीगे पानी में ।
पानी भागे नाली में ।।
पानी को हमें बचाना है ।
पेड़ों को खूब लगना है ॥
पानी को इकठठा करके रखना ।
जल ही है जीवन का गहना॥
बादल गरजा गड़ - गड़ - गड़।
बिजली चमकी चम - चम - चम॥
पानी बरसा टप - टप -टप ।
मेढ़क कूदा छप - छप - छप।।
हम सब भीगे पानी में ।
पानी भागे नाली में ।।
पानी को हमें बचाना है ।
पेड़ों को खूब लगना है ॥
पानी को इकठठा करके रखना ।
जल ही है जीवन का गहना॥
कविता: ज्ञान कुमार, कक्षा ५, अपना घर
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