सोमवार, 20 जनवरी 2020

कविता : यह दोस्ती

" यह दोस्ती " 

अरे यह दोस्ती है,
जो कभी भूल नहीं सकते हैं | 
अरे यह दूसरों की ख़ुशी है,
जो कभी भूल नहीं सकते | 
बीत गया जो समय 
को हम भूल सकतें हैं, 
आने वाले कल को सोच नहीं सकते | 
जीवन में बाधाएँ आती रहती हैं 
साथ में उसको सुलझाना होगा 
साथ में उसे मिटाना होगा | 
अरे यह दोस्ती है,
जो कभी भूल नहीं सकते हैं | 

कवि : अमित कुमार , कक्षा : 5th , अपना घर 

कवि परिचय : यह कविता अमित के द्वारा लिखी गई है जो की बिहार के रहने वाले हैं | अमित को कवितायेँ लिखना बहुत अच्छा लगता है | अमित एक बहुत ही अच्छे बालक है और पढ़ाई बहुत ही मन लगाकर करते हैं | 

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