" शब्दकोश "
शब्दकोश के भंडार में,
पड़ी हजारों ज्ञान |
जिसको पता न हो
करो तुम अपना परचम बान
उठाओ शब्दकोश ढूंढों |
नहीं तो हो जाएगा
सभी लोग को धोखा |
उठाओ शब्दकोश पाओ
सफलता की कुंजी |
जो सभी के लिए पूँजी | |
कवि : विक्रम कुमार , कक्षा : 9th , अपना घर
कवि परिचय : यह कविता विक्रम के द्वारा लिखी गई है जो की बिहार के रहने वाले हैं | विक्रम को कुछ नया सिखने में दिलचस्पी रखते हैं | कुछ नया कर दिखने के लिए तत्पर रहते हैं | अपने आप को निखारना चाहते हैं |
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