पेड़ जैसे हम बन जाएँ ।
किसी के सहारे न रह जाएँ ॥
जीवन है सब का अलग-अलग ।
सबको एक दिन मर जाना है ॥
पेड़ अगर हम बन जाएँ ।
दूसरे के बिना जीवित रह जाएँ ॥
खुशी-खुशी के गीत गाएँ ।
दुनियाँ का मन बहलायें ॥
फूल खूब दुनियाँ को दे हम ।
दुनियाँ रहे हमेशा खुश ॥
पेड़ अगर हम बन जाएँ ।
किसी के सहारे न रह जाएँ ॥
लेखक :अशोक कुमार
कक्षा :७
अपना घर
कक्षा :७
अपना घर
2 टिप्पणियां:
बहुत बढ़िया प्रयास.
bahut acaha ashok
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